उदास दोस्त

 


दोस्त होते तो,

मिलने वक्त अन्दर से मुस्कराते है।

जो दोस्त न हो कर

दोस्त कि कबर पहनते है,

मुस्कुराते है मगर पिछे भडास निकालते है।


#बिष्णु महानन्द

#अनुभूति_जिन्दगी_कि

#दोस्ति

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