एहसास: Breakup के बाद
Breakup के बाद दोस्तों के पास वो बोला —
"हमने क्या कुछ नहीं किया उनके लिए,
और वो छोड़कर चली गई..."
दोस्त बोले —
"क्या किया था तूने?"
वो बोला —
"उन्हें मुंबई घुमाया,
रातभर Quad में वक्त बिताया,
बस Quad और पेड़-पौधे ही गवाह हैं हमारी कहानी के।
कितनी बार सिनेमा गए,
गोवा के बीचों पर पैरों के निशान छोड़े,
शॉपिंग की, हँसे, और अनगिनत कविताएँ सुनाईं —
जो उन्होंने चुपचाप सुनीं भी।
क्लब भी गए,
हर पल में कुछ न कुछ साथ था..."
दोस्त फिर बोले —
"फिर क्यों चली गई वो?"
अंशुमान के पास जवाब नहीं था।
रात को नींद भी नहीं आई,
वो देर तक सोचता रहा —
"कभी मैंने उन्हें नीले आसमान पर उड़ने को प्रेरित किया,
कभी उनके पंख खोलकर कैद पिंजरे से उड़ने में मदद की,
कभी उनके दिल की बात बिना बोले समझ ली,
कभी उनके सपनों के बारे में पूछा,
कभी वो जो कह नहीं पाईं, उसे भी मैंने समझा।
तो फिर सवाल उन्हें क्यों करूँ?
सवाल तो खुद से करना चाहिए..."
~विष्णु नारायण महानंद